पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने वहां की संसद में ऐलान किया कि बंदी बनाए गए विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को शुक्रवार 1 मार्च को भारत को सौंपा जाएगा। इमरान ने कहा कि पाकिस्तान शांति का संदेश देने के लिए यह कदम उठा रहा है। इससे पहले भारत ने पाकिस्तान से कहा कि वह तत्काल और बिना शर्त अभिनंदन को रिहा करे। इमरान ने कहा कि भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर अभिनंदन की रिहाई के बदले पाक सौदेबाजी की उम्मीद कर रहा है तो यह उसकी बड़ी भूल है। इस बीच पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगर भारत तनाव कम करने को तैयार है, तो रिहाई पर विचार किया जा सकता है। ज्ञात हो कि भारत अभिनंदन की तुरंत रिहाई की उम्मीद कर रहा है। किसी तरह की सौदेबाजी का सवाल ही नहीं उठता। अगर पाकिस्तान सोचता है कि अभिनंदन के तौर पर उनके पास सौदेबाजी के लिए कोई कार्ड है, तो यह उसकी बड़ी भूल है। भारत उम्मीद करता है कि पाकिस्तान में अभिनंदन के साथ मानवीय व्यवहार किया जाए। भारत ने एक्शन के दौरान किसी भी रिहायशी या सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया, लेकिन पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर इसे बढ़ाया है। भारत ने जानबूझकर लाइन ऑफ कंट्रोल को पार नहीं किया, हमारे पास बहुत मजबूत वजह थी। भारत ने पाकिस्तान की युद्ध जैसे हालात बनाने की कोशिशों को नाकाम कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाक पीएम इमरान खान के बीच बातचीत के सवाल पर सूत्रों ने कहा- आतंकवाद के खिलाफ तुरंत, विश्वसनीय और प्रामाणिक कार्रवाई करने के बाद ही किसी तरह की बातचीत हो सकती है। पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हमारा यही संदेश है। पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद और दो पायलटों को पकड़ने को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से झूठ बोला। इसके अलावा भारतीय जहजों और मिसाइल स्ट्राइक के बारे में भी झूठ फैलाया। हम करतारपुर कॉरिडोर पर वार्ता के लिए तैयार हैं। उन्होंने (पाकिस्तान) इसे बंद कर दिया है, क्योंकि यह उसके हवाई क्षेत्र के नजदीक है। उन्होंने समझौता एक्सप्रेस भी रोक दी है। हम जिम्मेदारी दिखा रहे हैं और वे जंग का माहौल तैयार कर रहे हैं। उन्होंने मुंबई और पठानकोट हमले के सबूत देने पर भी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। पुलवामा हमले के 13 दिन बाद भी जैश की भूमिका से इनकार किया। इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की बैठक के दौरान भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बातचीत के सवाल पर कुरैशी ने कहा कि उन्हें कोई हर्ज नहीं है, लेकिन स्वराज के साथ बातचीत के लिए ओआईसी उचित मंच नहीं है। इससे पहले बुधवार को पाकिस्तान वायुसेना के तीन विमानों ने भारतीय वायु क्षेत्र का उल्लंघन किया था। वे यहां तीन मिनट तक रहे। पाक ने सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले की कोशिश की थी। वायुसेना ने घुसपैठ का जवाब देने के लिए 2 मिग-21 और 3 सुखोई-30 भेजे। मिग के पायलट ने एक पाकिस्तानी एफ-16 मार गिराया। हालांकि, इस दौरान हमारा एक मिग क्रैश हो गया, जिसके चलते पायलट विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान ने बंदी बना लिया। करगिल जंग के वक्त जब कम्बापति नचिकेता वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट थे तब उनकी उम्र 26 साल थी। उनके जिम्मे बटालिक सेक्टर की सुरक्षा थी। 27 मई 1999 को वे मिग-27 फाइटर प्लेन उड़ा रहे थे जब इंजन फेल हो जाने के चलते उन्हें इजेक्ट होना पड़ा और पैराशूट के सहारे वे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जा गिरे। पाकिस्तान के सैनिकों ने उनके साथ बुरी तरह मारपीट की। पाक सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के दखल के बाद उनके साथ बुरा बर्ताव रुका। भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान पर दबाव बनाया और आठ दिन बाद नचिकेता की रिहाई हो सकी। 1965 की भारत-पाक जंग के वक्त भी कई भारतीय सैनिकों को पाक ने बंदी बना लिया था। इनमें एक स्क्वाड्रन लीडर केसी करियप्पा भी थे। उनके विमान को पाकिस्तानी वायुसेना ने निशाना बनाया था। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान ने बंदी बना लिया था। जब जंग खत्म हुई तो चार महीने बाद उनकी रिहाई हो सकी।
अभिनंदन के पिता रिटायर्ड एयर मार्शल एस वर्तमान वायु सेना में फाइटर पायलट रहे हैं। उन्होंने अपने एक संदेश जारी कर कहा, अभि जिंदा है। वह घायल नहीं है। वह मानसिक तौर पर मजबूत है। देखें कि किस तरह उसने बहादुरी से बात की। वह सच्चा सैनिक है। हमें उस पर गर्व है।वहीं पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि भारत ने उनसे विंग कमांडर को छोड़ने की अपील की है। विदेश विभाग के प्रवक्ता शाह फैजल ने कहा कि भारत ने पायलट का मुद्दा पाक के समक्ष उठाया है। हम आने वाले दिनों में तय करेंगे कि कमाडंर पर क्या नियम लागू हों। उसे युद्धबंदी का दर्जा दिया जाए या नहीं।साथ ही पाक विदेश विभाग के प्रवक्ता ने ये भी कहा कि भारत को लगता है कि उनके पायलट से बुरा व्यवहार किया जा रहा है तो ये सही नहीं है। भारतीय कमांडर पूरी तरह सुरक्षित और स्वस्थ है। विदेश मंत्री ने ये भी कहा कि भारत को लगता है कि पाक ने कोई सैन्य कार्रवाई की। जबकि पाकिस्तान का निशाना भारत के सैन्य ठिकाने नहीं थे।